यह एक निष्पक्ष आरसीएम मंच ब्लॉग हे जहाँ RCM से लाभार्थी और पीड़ित दोनो ही पक्ष अपनी बात खुल के बोल सकते हें और एक दूसरे की टिप्पणियों का माकूल जवाब दे सकते हें. इस ब्लॉग की ज़रूरत इसलिये पड़ी क्योकि वर्तमान में नेट पर उपलब्ध अन्य सभी ब्लॉग एक साजिश के तहत RCM के पक्ष की ही बात को अपने ब्लॉग पर रख रहें हें, इनमें से कई अवसरवादियों ने तो हमारी मजबूरी से कमाई करने का ज़रिया लुभावने गूगल एडसेंस, विजापनों आदि को अपने ब्लॉग, साइट पर दे कर बना लिया हे और हमारे हर क्लिक पर वे 25/- से 100/- रूपए कमा रहें हें, अन्तह वे निष्पक्ष नहीं हे, जिससे आख़िर RCM का सच, हक़ीकत क्या हे आम जनता या डिसट्रिब्युटर नहीं जान पा रहा हे, इसी सच को सामने लाने का हमारा यह छोटा सा प्रयास हे, आप RCM से मिले अपने सच्चे अनुभव, जानकारी को पूरे देश को सारगर्भित भाषा में बताएँगे. ध्यान रहे कि इस प्लेटफोर्म पर आपके कमेन्ट बे-बुनियाद हो और अपने कमेन्ट के लिए आप स्वंय जिम्मेवार होंगे, इस ब्लॉग का आर सी एम् कंपनी, मालिको, लीडरों आदि से कोई संबध नहीं हे. धन्यवाद.

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Sunday 30 June 2013

बिहार के बाढ़ पीड़ितों के नाम पर मनमाने तरीके से डिस्ट्रीब्यूटरों के करोड़ो रुपये दिए जाने वाले कमीशन से काट कर डकार जाने वालों ने इस बार उत्तराखंड के नाम पर अभी तक कोई पासा क्यो नही फेंका हे?

बिहार के बाढ़ पीड़ितों के नाम पर मनमाने तरीके से डिस्ट्रीब्यूटरों के करोड़ो रुपये दिए जाने वाले कमीशन से काट कर डकार जाने वालों ने इस बार उत्तराखंड के नाम पर अभी तक कोई पासा क्यो नही फेंका हे?

क्योकि अब पहले वाला बिजनस तो कहा रह गया हे, कहाँ तो अरबों का मासिक बिजनस आता था और अब कहा लाखों के भी लाले पड़ रहे हे, गोया क़ि 'नंगा क्या तो नहाएगा क्या निचोड़ेगा'

1 comment:

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