क्योकि SOG के पास इतना पावर नहीं हे जितना की CBI के पास हे.
CBI द्वारा जाँच होगी तो एक-एक करके इनके सारे काले-कारनामे आम जनता के सामने आ जायेंगे कि केसे इस ठग ने करोडो लोगो को बड़ी ही आसानी से लुटा, और इस कदर भावनाओं के जाल में बांधा की ये लोग उस दो कोडी के ठग को महान संत समझने लगे हे।
इसका लोयालती बोनस प्लान, स्कीम पूरी तरह से चिट-फंड, पिरामिड स्कीम के तरीके से ठगी पर आधारित था.
1 का 100 गुना करने का लालच दिया जा रहा था, उसमे भी लूट मचा रखी थी, यानि 500 रु लगाओ 57000 रु पाओ, और 500 रु भी लगाने के लिए करीब 4000 रु की कीमत का घटिया सामान करीब 8000 रु में खरीदो,
इसके बाद भी आपका पल्ला नहीं छुटेगा क्योकि हर माह 1000 रुपये के सामान की खरीददारी करनी जरुरी थी जिस सामान की बाजार में वास्तविक वेल्यु 500 रूपए भी नहीं थी. इसमें भी रोज-रोज प्लान लोगो को और अधिक लुटने के लिए बदला जा रहा था, सरे आम नागरिकों को धोखा दिया जा रहा था।
इसने तो इस स्कीम में बेचारी चिट-फंड वाली असली कंपनियों की स्कीमों को भी मात दे दी.
इस शातिर ठग ने कई राज्य सरकारों, केन्द्रीय मंत्रियों को भी भ्रमित कर रखा था, यह तो भला हो राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का जिन पर इसका "काला-जादू" का असर नहीं हुआ, क्योंकि वे खुद एक सम्मानीय जादूगर रह चुके हे अंत इसको ताड़ गए, इसकी माया-नगरी का असली तिलिस्म समझ पाए वरना यह और कई सालो तक नित-नयी कई तरह की ठगी की स्कीमें बना कर गरीब जनता को ठगता रहता.
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