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Tuesday, 15 May 2012

श्री नवीन साहू, आरसीएम पी यू सी होल्डर ने आख़िर किन परिस्थितियो के कारण हताश हो कर आख़िरी रास्ता आत्महत्या का चुना? यह आत्महत्या थी या हत्या?



श्री नवीन साहू, आरसीएम  पी यू सी  होल्डर ने आख़िर किन परिस्थितियो के कारण हताश हो कर आख़िरी रास्ता आत्महत्या का चुना?  यह आत्महत्या थी या हत्या?  इसकी सी बी आई जाँच होनी चाहिए.

आज ये जो लीडर उनकी शहादत पर घड़ियाली आँसू बहा कर उनकी असामयिक मौत पर भी अपना फायदा लेने की सोच रहे हे, इन्ही लीडरों ने साहू जी समेत कई हज़ारो पी यू सी वालों को जब आरसीएम चल रही थी तभी जीतेजी मार दिया था,
और अभी भी ये उच्च लीडर लगातार झूट पर झूट बोल कर, आरसीएम कंपनी और टी सी के काले कारनामों की हक़ीकत पर परदा डाल कर, पी यू सी वालों को गुमराह करके उन्हे आत्महत्या करने के लिये मजबूर कर रहे हे ताकि ये उनकी चिताओ पर अपनी रोटियाँ सेक सके, इस तरह साहू जी की हत्या RCM और उसके लीडरों के द्वारा की गयी हे.

जब RCM कंपनी और उसके संचालक T C Chhabda के काले कारनामो का मुखबिर द्वारा भंडाफोड़ किए जाने पर पुलिस की कार्यवाही मे कंपनी को सीज कर दिया गया था और कथित संत अपने परिवार सहित फरार हो चुका था तब भी बड़े लीडरों ने PUC वालों को कई तरह के बे सिर-पेर के संदेश दे कर जानबूझ कर सच को छुपाया जिस वजह से PUC Holder आर सी एम वापस चालू होने की उम्मीद में अन्य जीविका उपार्जन कार्य शरु करने की बजाय खाली बेते रहे और पहले से कर्ज के बोझ से दबे उन पर खुद का, परिवार का, दुकान का रोजमर्रा का खर्चा-कर्ज़ा बढ़ता गया.

RCM PUC लगाने के बाद पहले से ही अत्यधिक तनाव मे जी रहे संचालक को एसे बुरे समय में उनके लीडरो द्वारा आर्थिक मदद, सहायता मिलने की जगह उल्टे उनसे लीडरों को चंदा देने के लिए दबाव बनाया गया, जबकि अब तक लीडरों को जो बेहिसाब कमाई आ रही थी वो PUC यों के वजूद के कारण ही आ रही थी, पी यू सी वाला और ग़रीब हो रहा था लेकिन लीडर और आमिर हो रहे थे, लीडर लोग अगर वास्तव मे पी यू सी वालों को अपने परिवार का हिस्सा मानते थे, भाई मानते थे तो एसे समय मे PUC यों के कारण इक्कठा हुए अपने विशाल बेंक बेलेन्स या इक्कथी की गयी प्रॉपर्टी मे से कुछ धन निकाल कर अपने-अपने शेत्र की पीयूसी संचालक को दे कर उनके विपरीत समय मे मदत कर सकते थे, लेकिन इन स्वार्थी लीडरों ने पी यू सी वालों से पल्ला झाड़ लिया और अपना सारा समय राजस्थान सरकार की झूठी भर्त्सना करने और अपने पक्ष की बे-सर-पैर की बात, बिना सबूत  के धरने, प्रदर्शन आदि में लगा दिया.

इधर लाखों रुपये RCM के स्टोक पर लगाने वाला PUC संचालक मर रहा था इसकी इनको कोई परवाह नहीं थी, लीडर अगर वास्तव में सच्चे सेवक होते तो कम से कम अपने अपने शेत्र की PUC यों से सब मिल कर सामान खरीद सकते थे जिससे PUC वालों को कुछ राहत मिलती।

लेकिन RCM जब चल रही थी तब कंपनी के सामानों को बहुत ही उम्दा क्वालिटी का बता कर व् RCM के सामान के बिना दिल नहीं लगता कहने वाले 5000 रुपये का हर माह सामान लेने वाले लीडरों ने एसे समय पी यू सी से 5 रुपये का सामान लेना भी उचित नहीं समझा, क्यों ?

यही नहीं पी यू सी वाला कहीं दूसरा कार्य शरु न कर दे इन लीडरों ने उसे प्राय रोज ही झुटे संदेश दे-दे कर भरमाये रखा, इनके कुछ संदेशो की बानगी पर ज़रा नीचे गौर फरमाएँ :-

* लीडर राम विजय जी ने हर दिन एक मसेज दिया की अब हम जीत के करीब हे.
* RCM 15 दिसंबर तक चालू हो जाएगी.
* RCM 4 जनवरी तक चालू हो जाएगा और दिसंबर, जनवरी का बिजनस एक साथ जोड़ा जाएगा.
* 12 फ़रवरी की विजय दिवस मनाया जाएगा और आर सी एम का नाम विजय आर सी एम रखा जाएगा.
* मार्च में किसी भी हालत मे आर सी एम चालू हो जाएगा.
* 22 मार्च को फंड ट्रांसफर हो रहा हे.
* 16 एप्रिल को दिल्ही चलो, जो चलेगा वो शेर जो नही चलेगा वो बाथरूम लीडर. कंपनी को चालू करा के ही वापस आएँगे.
* 27 अप्रेल, मुकेश जी का मेसेज राजस्थान सरकार ने गाइड लाइन देने की बात मान ली हे और मई माह में हर हाल में शरु हो जाएगा.
* 30 अप्रेल को नेट ओपन हो रहा हे।
* 7 मई को जयपुर चलो, जो आएगा वो शेर नही आने वाला बाथरूम लीडर.
* 12 मई को टी सी जी बाहर आएँगे और 13 मई को आर सी एम वर्ल्ड भीलवाड़ा में विजय दिवस मनाया जाएगा.

पूरे के पूरे लगभग 6 माह से ये लीडर लोग जानबूझ कर झूठी सूचना दे कर पी यू सी वालों को कोई दूसरा जीविकोपार्जन कार्य करने से रोक रहे हे और यही नहीं उन्हे तुगलकी आदेशो से धमकाया व प्रताड़ित भी जा रहा हे की यदि कोई दूसरा कार्य करेगा, जयपुर, दिल्ली, भीलवाड़ा आदि जगह-जगह हो रहे धरने मे शामिल नहीं होगा तो उसका PUC कोड लॉक करवा दिया जाएगा, उसकी व् उसके परिवार की RCM Business की आईडी टर्मिनेट करा दी जायेगी,  उसे  RCM का फतवा जारी करा के जयचंद व गद्दार कहा जाएगा.

साथियो, अब भी समय हे आप अपनी उनिंद से जागे, RCM और इसके झूटे लीडरो को उनके हाल पर छोड़ दे और अपना नया बसेरा बसाए।

RCM व् T C गलत था या सही इसका फेसला अदालत को और भगवान् - अल्लाह - यीशु - साईं को करने दे लेकिन यदि आपने अब सही फेसला नहीं लिया तो आपका परिवार आपको कभी माफ़ नहीं करेगा।

RCM आरसीएम पीयूसी PUC संचालको का दर्द को जानने समझने के लिए यह पोस्ट भी देखे : www.rcmmanch.blogspot.in/2012/03/blog-post_2619.html


http://rcmmanch.blogspot.in/2012/05/blog-post_15.html

1 comment:

  1. dosto ab to aapko jagna hoga log aatmhatya kar rahe hai phir b t.c.ji ab b jail mein aaram se baithe hai leaders jhute dilase de rahe hai rcm galat hai ye sach hai logo ko emotional blackmail kiya gaya logo ko loyalty ke naam par bv ke naam par thaga gaya ab to jago naya kaam shuru karo

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