हो गया पर वे चुने हुए लीडर व् परिवारजन और अधिक धनवान हो गए. इस रि-जोइनिंग किट से कंपनी ने भी अपनी सोची समझी रणनीति से खूब चाँदी काटी और अपना ओवर स्टॉक, पुराना ख़राब हो चुका सामान, रिजेक्टेड सिडियें, रद्दी के भाव बिकने वाली किताबे, बेग आदि को जिनकी कीमत बाजार में 100/- रुपये भी नहीं थी को 500/- रुपयों में बेच दिया गया.
यह लूटमार का सिलसिला बदस्तूर कई माह तक चालु रहा और जब पुराना, रिजेक्टेड सामान पूरा ख़तम हो गया तो इसमें अन्दर ही अन्दर एक और नया तडका लगाया गया कि प्रति रिजोइनिंग 200/- रुपये कंपनी स्तर पर ले कर बिना बिल व् किट का सामान दिए इस तरह लाखो डिस्ट्रीब्युटर को इधर से उधर किया गया. और कंपनी ने करोडो रुपयों का काला धन बनाया था.
जिससे कंपनी और मुख्य लीडर तो आर्थिक आजाद हो गए लेकिन वे लाखों लोग जो आर्थिक आजादी पाने की आस में आये थे वे ठगे से रह गए, उनकी 'B' लेग का बिजनस लाखों रुपयों से हजारों, फिर धीरे-धीरे सेकड़ो और आखिर में 0 पर आ गया, अपनी मेहनत को इस तरह लुटते देख उनकी कैसी हालत हो गयी?
rejoining jabardasti nehi karbaya geya hai...sab kuchh dekh kar hi rejoining kiya hai kuchh log. kit agar apko pasand nehi aya to up fresh joining vi kar sakte hai mere sath.
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