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Tuesday, 20 March 2012

RCM आरसीएम वेबसाईट अपग्रेड के बहाने ठगी


आपको यह बात अजीब सी लग सकती हे लेकिन सत्य यही हे कि RCM आरसीएम कंपनी समय-समय  पर यह कह कर वेब साईट अप ग्रेड करती रहती कि इससे कार्य प्रणाली में सुधार होगा लेकिन परदे के पीछे का सच यह था कि इस बहाने लाखों डिस्ट्रीब्यूटर जिनका कि कंपनी अकाउंट में कमीशन 500/- रुपये से कम जमा हुआ होता था उसे 0 कर दिया जाता, यही नहीं जिनका 500/- से 5000/- प्रति माह कमीशन
उनके बेंक खातों में ट्रांसफर हो रहा होता उनके पर्सनल डिटेल से बेंक खाते कि डिटेल ही हटा दी जाती थी ताकि न रहें बांस न बाजे बांसुरी. इस तरह के पीड़ितों को कई- कई माह तक तो यह मालूम ही नहीं चलता था क्योंकि हर आम सदस्य तो रोज इन्टरनेट पर अपना आर सी एम् खाता चेक करता नहीं था फिर फोन पर कस्टमर केयर का तरीका असह्योगनीय व् टाल-मटोल करने वाला होता था और यह फोन भी उन्हें बड़ी मुश्किल से ही लग पाता था और हर डिस्ट्रीब्यूटर तो भीलवाडा इस छोटी सी रकम के लिए आ नहीं सकता था और अंत में  इनमे से कुछ विरले सक्रीय डिस्ट्रीब्यूटर ही अपना खोया धन वापस किसी तरह से जुगाड़ कर के पा सकते थे बाकियों का इस छोटी-छोटी रकम से बना कुल करोडो रूपया कंपनी के पास ही पड़ा रह जाता इस तरह कंपनी यहाँ पर भी ठगी करने से नहीं चुकती थी.

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