शुल्क के नाम पर धरा लिए जाते. लीडर की तो सेमिनार लेने की मज़बूरी होती थी क्योंकि यदि वह हर माह कम से कम दो बार मीटिंग नहीं लेता तो कंपनी उसका लीडरशिप बोनस (मीटिंग लेने का भत्ता) रोक देती लेकिन उस सज्जन की अन्दर आने की मज़बूरी का फायदा उठाया जाता.
यह एक निष्पक्ष आरसीएम मंच ब्लॉग हे जहाँ RCM से लाभार्थी और पीड़ित दोनो ही पक्ष अपनी बात खुल के बोल सकते हें और एक दूसरे की टिप्पणियों का माकूल जवाब दे सकते हें. इस ब्लॉग की ज़रूरत इसलिये पड़ी क्योकि वर्तमान में नेट पर उपलब्ध अन्य सभी ब्लॉग एक साजिश के तहत RCM के पक्ष की ही बात को अपने ब्लॉग पर रख रहें हें, इनमें से कई अवसरवादियों ने तो हमारी मजबूरी से कमाई करने का ज़रिया लुभावने गूगल एडसेंस, विजापनों आदि को अपने ब्लॉग, साइट पर दे कर बना लिया हे और हमारे हर क्लिक पर वे 25/- से 100/- रूपए कमा रहें हें, अन्तह वे निष्पक्ष नहीं हे, जिससे आख़िर RCM का सच, हक़ीकत क्या हे आम जनता या डिसट्रिब्युटर नहीं जान पा रहा हे, इसी सच को सामने लाने का हमारा यह छोटा सा प्रयास हे, आप RCM से मिले अपने सच्चे अनुभव, जानकारी को पूरे देश को सारगर्भित भाषा में बताएँगे. ध्यान रहे कि इस प्लेटफोर्म पर आपके कमेन्ट बे-बुनियाद न हो और अपने कमेन्ट के लिए आप स्वंय जिम्मेवार होंगे, इस ब्लॉग का आर सी एम् कंपनी, मालिको, लीडरों आदि से कोई संबध नहीं हे. धन्यवाद.
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Tuesday, 20 March 2012
RCM आरसीएम मीटिंग प्रवेश शुल्क से ठगी
शुल्क के नाम पर धरा लिए जाते. लीडर की तो सेमिनार लेने की मज़बूरी होती थी क्योंकि यदि वह हर माह कम से कम दो बार मीटिंग नहीं लेता तो कंपनी उसका लीडरशिप बोनस (मीटिंग लेने का भत्ता) रोक देती लेकिन उस सज्जन की अन्दर आने की मज़बूरी का फायदा उठाया जाता.
un meeting hall ka rent,sound, paani, chairs, pumpahlet ka kharcha agar har koi apni jeb se dega to koi leader kitni meeting karwega ye ticket sirf aapsi sehyog k liye hi lee jaati hai naa k kamai k liye blog aapne sirf buraai k liye hi banaya hai jo khubiyan hai unko bhi to batao
ReplyDeletelagta hai k tumhari kisi or company ne sirf yahi duty lagai hai kitne rupayee diye hai or company walo ne